*हम तो भारत के रहने वाले है तुमको नक़्शे से हम मिटा देंगे…. राशिद राही*
अब्दुल अज़ीज़
बहराइच : (NNI 24) बज़्मे नूरे अदब की जानिब से दुलदुल हाउस बहराइच में पहलगाम हमले में शहीद हुए लोगों को खिराजे अक़ीदत पेश करने के लिए एक जलसे का आयोजन किया गया। जिसमें शायरों ने अपनी रचनाओं , और शायरी के ज़रिए खिराजे अक़ीदत भी पेश किया और आतंकवाद और पाकिस्तान को कड़ा संदेश भी दिया
इस आयोजन का संचालन राशिद राही जी ने किया।
राशिद राही जी ने अपने शेर में पाकिस्तान को एक संदेश देते हुए कहा कि ख़ूने नाहक़ बहाने वाले सुन, तेरी दुनिया को हम जला देंगे, हम तो भारत के रहने वाले है तुझको नक़्शे से हम मिटा देंगे।
तमन्ना जाफ़री ने कहा कि बड़ा विकट ये समय है आया, मौला सब की खैर।
मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे,और गिरजा सब की खैर।
बानो, नूरी रोज़ी, रीता, सीमा सब की खैर।
नदीम ताबिश ने अपनी अवधी रचना में कहा चाहे जितना जोर लगाइलो आपन इन करतूतन से।
घटा न पहियों तुम सब जग मा सोहरत हिंदुस्तान की।
बज़्मे नूरे अदब के सदर जावेद जाफरी ने कहा ये पहलगाम हमला जो सैलानियों पर हुआ है ये सिर्फ सैलानियों पर नही बल्कि बल्कि हिंदुस्तान के दिल और ज़ज़्बात पर हमला है दहशतगर्द ये समझते है कि इससे हिंदुस्तान कमज़ोर हो जाएगा लेकिन ऐसा नही है कैसर शमीम ने कहा है कि
मेरा मज़हब इश्क़ का मज़हब जिसमें कोई तफरीक़ नही
मेरे हलके में आते है तुलसी भी
और जामी भी।
इस आतंकी हमले में शहीद होने वालों को में खिराजे अक़ीदत पेश करता है और पाकिस्तान और आतंकवादियों को एक संदेश देना चाहता हूं
वक़्त आने दे दिखा देंगे तुझे ऐ आसमां
हम अभी से क्यों बताएं क्या हमारे दिल मे है।
जलसे में तनवीर नगरौरी, नदीम ताबिश, राशिद राही, नाज़िम बहराइची, तमन्ना जाफ़री, मोमिन बरकाती, अबुजर जाफ़री तौहीद अहमद, नजफ़ हसन, फ़ज़ल हुसैन, कम्बर रिज़वी, सहित काफी तादाद में लोग मौजूद रहे।

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